अमित जोगी की तबियत बिगड़ी, निजी अस्पताल में दाखिल कराने की तैयारी
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेशाध्यक्ष अमित जोगी को आज बुधवार को अपोलो अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया है! वहीँ रायपुर से पांच सदस्यीय विशेष चिकित्सकों की टीम के द्वारा उनका मेडिकल परिक्षण के बाद रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन रायपुर सेंट्रल जेल प्रशासन के डाक्टर उन्हें न्यूराजिस्ट की आवश्यकता को देखते हुए निजी अस्पताल में दाखिल कराने की तैयारी कर रहे हैं।
इस दौरान अमित जोगी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, मेरे स्वास्थ्य में अब तक कोई सुधार नहीं हो सका है! इसके बावजूद भी मुझे यहाँ से रिफर किया जा रहा है! अगर सरकार मुझे सलाखों के पीछे ही रखना चाहती है तो मुझे वापस गोरखपुर (उपजेल पेंड्रारोड़) मेरे अपने लोगो के बीच भेज दें! प्रदेश में बदलापुर की राजनीति को हावी नहीं होने देंगे! अब तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मेरे और मेरे परिवार के पीछे हाथ धोकर पड़े थे, लेकिन उनके बदले की भावना को देखकर तो अब लगने लगा है कि वे अब नहा धोकर पीछे पड़े हुए है! मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि आखिरकार मेरे साथ क्या हो रहा है, और अभी मुझे कहाँ लेकर जा रही है पुलिस इसकी भी मुझे कोई जानकारी नहीं है! मुझे अब तो डर लगने लगा है, मेरे साथ कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है, जिसकी पूरी संभावना लग रही है! बता दें कि अमित जोगी का पिछले चार दिनों से अपोलो अस्पताल में उपचार चल रहा था! जहाँ उनकी मेडिकल रिपोर्ट नार्मल होने की वजह से अपोलो प्रबंधन ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया! वहीँ इस मामले में जेसीसीजे विधायक दल नेता व् लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि, मुझसे भी बातचीत करने में वरिष्ठ अधिकारी घबरा रहें है, और पूरी कार्यवाही संदेह के वातावरण में होने जा रही है, मुझे संका है कि कोई बड़ी अप्रिय घटना होने जा रही है, इसके लिए मैं बहोत चिंतित हूँ और मैं राज्य सरकार से मांग करता हूँ कि अमित जोगी को कहीं भी लेकर जा गए है, तो उनका शाम को हेल्थ और मेडिकल बुलेटिन सरकार को जारी करना चाहिए! हम सरकार के काम पर कोई दखल नहीं दें रहें है, लेकिन सरकार और प्रशासन को बताना चाहिए कि अमित जोगी के लिए गुप्त और संदेहजनक कार्यवाही क्यों कर रही है!
वहीं अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी ने मिडिया से बातचीत में कहा कि, राजनीति द्वेश के चलते अमित जोगी के जान से लगातार खिलवाड़ सरकार कर रही है! अगर मेरे पति को कुछ भी होता है तो मैं राज्य सरकार को ही जिम्मेदार ठहराउंगी! मेरे पति कि हालत ठीक नहीं है, उनके हालत में सुधार लाने के लिए हायर सेंटर रिफर करने की मांग की थी! लेकिन सरकार की भूमिका संदिग्ध ही है! लेकिन पुलिस प्रशासन ने कोई जानकारी हमे भी नहीं दी है! मुझे तो अब डर लग रहा है,