पहलगाम आतंकी हमले पर भारत का कड़ा रुख, सिंधु जल संधि स्थगित, पाकिस्तानी उच्चायोग बंद, वीजा रद्द, अटारी बॉर्डर सील

Pahalgam Attack : नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 पर्यटकों की जान गई और 17 घायल हुए, के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई ढाई घंटे की कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में पांच बड़े फैसले लिए गए। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि यह आतंकी हमला पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का स्पष्ट उदाहरण है, जिसके खिलाफ भारत सख्त कार्रवाई करेगा।

Pahalgam Attack : CCS के पांच बड़े फैसले-


1. सिंधु जल संधि पर रोक: 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है, जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को पूरी तरह समाप्त नहीं करता। यह कदम पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और कृषि पर गहरा प्रभाव डालेगा, क्योंकि वह सिंधु नदी प्रणाली पर निर्भर है।



2. अटारी बॉर्डर बंद: एकीकृत चेक पोस्ट अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। वैध यात्रियों को 1 मई 2025 तक इस मार्ग से वापसी की अनुमति होगी, इसके बाद यह पूरी तरह सील रहेगा।

3. पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द: सार्क वीजा छूट योजना के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को भारत यात्रा की अनुमति समाप्त कर दी गई है। पहले जारी किए गए सभी SPES वीजा रद्द माने जाएंगे। भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।

4. पाकिस्तानी राजनयिकों का निष्कासन: नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया है। उन्हें एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ना होगा। साथ ही, पाकिस्तानी राजनयिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।



5. भारतीय उच्चायोग से सलाहकारों की वापसी: भारत ने इस्लामाबाद में अपने उच्चायोग से रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को वापस बुलाने का फैसला किया है। इन पदों को निरस्त कर दिया गया है।

Pahalgam Attack : CCS बैठक में शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी-

बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल शामिल थे। बैठक में आतंकी हमले की गंभीरता और पाकिस्तान की संलिप्तता पर विस्तार से चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार, भारत ने इस हमले को पाकिस्तान के गहरे आतंकी नेटवर्क का हिस्सा माना है, जिसके लिए लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेसिस्टेंट फ्रंट (TRF) ने जिम्मेदारी ली है।

Pahalgam Attack : पहलगाम हमले ने बढ़ाया तनाव-

पहलगाम की बायसरन घाटी में हुए इस हमले में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। हमले के बाद सेना, NIA, जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। ड्रोन और हेलिकॉप्टर से इलाके की निगरानी की जा रही है, और आतंकियों की तलाश में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इस हमले ने भारत-पाकिस्तान संबंधों को और तनावपूर्ण बना दिया है।


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