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सरकार हमारी बात सुनती तो विमल नेगी जिंदा होते

Shimla. शिमला। पूर्व उद्योग मंत्री एवं परागपुर जसवां के विधायक बिक्रम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अगर हमारी बात को सुना होता, तो आज चीफ इंजीनियर विमल नेगी जिंदा होते। उन्होंने एचपीपीसीएल के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत मामले में प्रदेश सरकार पर पेखूबेला सोलर प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी इस मामले को उठाया था, लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को बनाने वाली कंपनी ने दो फॉच्र्यूनर, चार इनोवा गाड़ी किस-किस अधिकारी और राजनेताओं को दी, क्या सरकार इसकी जांच करेगी। उन्होंने कहा कि पेखूवेला में जिस पावर प्रोजेक्ट पर 220 करोड़ रुपए खर्च किए गए, गुजरात में वह प्रोजेक्ट 144 करोड़ रुपए में बनकर तैयार हो
जाता है।
बिक्रम ठाकुर ने कहा कि जब ऐसा कोई प्लांट लगता है, तो उसका टेंडर होता है, लेकिन पेखूवेला प्लांट की डीपीआर के लिए टेंडर नहीं किया गया। वहां पर एक नॉमिनेशन के आधार पर किसी को डीपीआर बनाने का जिम्मा दिया गया। कंपनी ने 15 दिन में डीपीआर बना दी। इसे किसी भी एजेंसी से चैक नहीं कराया गया। यहीं से गड़बड़ शुरू हो गई। इसके साथ ही बिक्रम ठाकुर ने कहा कि 450 मेगावाट क्षमता के शोंगटोंग कड़छम प्रोजेक्ट की लागत 1724.10 करोड़ लागत आनी थी, पर अगस्त, 2024 में इसके ऊपर 2230 करोड़ खर्च हो चुके है और इसका काम आधा हुआ है।




