बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ: IAS की सोच को सलाम, पिता जिस ऑफिस में है चपरासी, वही बेटी को एक दिन के लिए बनाया SDM…

हिना शुक्रवार सुबह से एसडीएम ऑफिस की बैठकें एसडीएम के मार्गदर्शन में ले रही थीं. बाहर से आने वाले लोग अपनी समस्याएं एक दिन की एसडीएम हिना को बता रहे थे. एसडीएम हिना ठाकुर का कहना है, यह उनके लिए सपने की तरह है. वह इस सपने को साकार करेंगी. एसडीएम जतिन लाल सर ने मुझे सपना दिखाया है, उसे मैं पूरा करूंगी. मैं पहले डॉक्टर और उसके बाद आईएएस ऑफिसर बनूंगी.

मीडिया रिपोर्ट में एसडीएम जतिन लाल ने बताया कि मुझे गुरुवार को मेरे चपरासी ने बताया कि उसकी बेटी ने 10वीं में 94 फीसदी अंक हासिल किए. बेटी ने मेरिट में 34वां अंक हासिल किया है. मैंने बेटी को सम्मानित करने के लिए कार्यालय बुलवाया. बेटी ने कहा कि वो आईएएस अफसर बनना चाहती है.

फिर मैंने सोचा कि बेटी को एक दिन की एसडीएम बनाया जाए. शुक्रवार को हिना ही एसडीएम रहीं और पूरा कामकाज उन्होंने ही देखा. मैंने बगल में बैठकर उसे समझाया. ऐसा करने का मेरा मकसद बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान को बढ़ावा देना है, ताकि देश की हर बेटी को सम्मान मिले.

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