गोवा में मिले कोरोना के तीन मरीज
भारत में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इस वायरस की चपेट में अबतक 606 लोग आ चुके हैं। वहीं इसके चलते अब तक 11 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। वायरस से बढ़ने से रोकने के लिए देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है। लॉकडाउन के बावजूद कुछ लोग अपने-अपने घरों से बहार निकल रहे हैं ऐसे में पुलिस उनके साथ शख्ती से पेश आ रही है। लॉकडाउन के पहले दिन पुलिस ने दिल्ली-नोएडा में 14,000 गाड़ियां जब्त की हैं और उनके चालान भी किए हैं। पीएम ने तेजी से बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए 21 दिनों के लिए देश को लॉकडाउन कर दिया था। भारत में लॉकडाउन का आज दूसरा दिन है। इसी बीच गोवा में कोरोना के तीन मरीज मिले हैं, इस बात पुष्टि खुद राज्य के सीएम प्रमोद सावंत ने की है। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी है कि तीनों को बाहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। तीनों हाल ही विदेश की यात्रा से वापस लौटे थे।
बुधवार को लॉकडाउन के पहले दिन कई राज्य सरकारों ने कहा कि वे सफलतापूर्वक आम लोगों को खाने और जरूरत का सामान पहुंचाएंगी। हालांकि, प्रशासन के बीच नियमों को लेकर भ्रम की स्थिति रही। इसके चलते ज्यादातर अहम सेवाओं को परेशानी की स्थिति से गुजरना पड़ा। खासकर होम डिलीवरी और ई-कॉमर्स से जुड़ी सेवाओं को।
पहले दिन स्थानीय अधिकारियों की सख्ती की वजह से खाद्य सामग्री की आपूर्ति करने वाली माइक्रो डिलीवरी कंपनियों को खासी दिक्कतें झेलनी पड़ीं। इनमें बिग बास्केट और ग्रोफर्स शामिल रहीं। दूध डिलीवर करने वाली मिल्कबास्केट को तो दिल्ली-एनसीआर के 50 से ज्यादा स्थानीय समुदाय के पास जाने से रोका गया, जिसके चलते उसे 15,000 लीटर दूध और 10,000 किलो फल-सब्जियां फेंकनी पड़ीं। देश में सात लोकेशन पर डिलीवरी देने वाली इस कंपनी ने बाद में गुरुग्राम, नोएडा और हैदराबाद में सामान पहुंचाने की सेवाएं बंद कर दीं।