यूजीसी जल्द ले सकता है बड़ा फैसला, नहीं होंगे फाइनल ईयर के भी एग्जाम….
नई दिल्ली : लॉकडाउन के बाद से फाइनल इयर के स्टूडेंट्स में जहाँ परीक्षा को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है, वहीं दूसरी ओर एचआरडी मिनिस्टर के ट्विट ने एनर्जी ड्रिंक का काम किया है.
मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने यूजीसी को कहा है कि वह इंटरमीडिएट और अंतिम समेस्टर परीक्षा और शैक्षणिक कलेंडर के संबंध में पहले से जारी दिशा-निर्देशों का पुनरीक्षण करे।
वहीँ दूसरी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक “मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि संशोधित दिशा-निर्देशों का आधार छात्रों और शिक्षकों का स्वास्थ्य और सुरक्षा होगी। कई विशेषज्ञों का मानना है कि संशोधित शैक्षणिक कलेंडर के तहत अधिकतर विश्वविद्यालयों की जुलाई में होने वाली परीक्षाओं को रद्द कर दिया जाए और प्रत्येक विद्यार्थी के पहले के प्रदर्शन के आधार पर उसे अंक दिए जाएं। पिछली परीक्षाओं के आधार पर दिए गए अंकों से जो छात्र खुश नहीं होंगे, उन्हें अंक सुधारने के लिए बाद में परीक्षा देने का मौका दिया जा सकता है और यह परीक्षा तब ली जा सकती है जब महामारी मंद पड़ जाए।”
इसी तरह से, नया शैक्षणिक सत्र शुरू करने को अक्टूबर तक टाला जा सकता है। गत योजना के मुताबिक, यह पहले से भर्ती छात्रों के लिए अगस्त में और नए विद्यार्थियों के लिए सितंबर में शुरू होना था। विचार-विमर्श जारी है और इस संबंध में अंतिम दिशा-निर्देश जल्द ही घोषित किए जाएंगे।