शराब दुकानों में लगा मेला, कहीं सोशल मीडिया की उड़ी धज्जियां तो कहीं महिलाएं विरोध में सड़कों पर उतरीं

 

छत्तीसगढ़ में लंबे समय बाद शराब की दुकानें खुलने को लेकर लोग इस कदर उत्साहित हैं कि सुबह से ही लम्बी लम्बी कतारे शराब दुकानों में नजर आ रही हैं। बता दें कि लॉकडाउन 3 में केंद्र सरकार ने शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति इस शर्त पर दी है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाएगा।

निर्देश में साफ़ कहा गया है कि हर व्यक्ति मास्क लगाकर या चेहरा ढककर ही बाहर निकलेगा पर राजनांदगांव में सरकार के शराब की दुकानें खोले जाने के निर्देश के बाद शराब की दुकानों के बाहर लोग भारी संख्या में शराब खरीदने पहुंचे हैं। पुलिस को उनके बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। यहां सोशल डिस्टेंसिंग को ताक पर रख लोग धक्का मुक्की कर डटे हुवे हैं।

तो वहीं कुछ लोग सरकार के इस फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतर आये हैं। महासमुंद के एकता चौक नयापारा स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान खुलने का जमकर विरोध हुआ। मोहल्लेवासियों ने शराब की दुकानों का घेराव कर दिया है, इस विरोध प्रदर्शन में दर्जनों महिलायें भी शामिल हुई। बता दें कि प्रदेश की तरह सुबह 8 बजे से शराब की दुकान खुली थी। वहीं प्रशासनिक अमला मौके पर मौजूद है। महिलाएं शराब की दुकान खुलने के फैसले से नाराज दिख रहीं हैं और सड़कों में बैठकर सरकार के इस फैसले का जमकर विरोध किया जा रहा है।

निर्देश में साफ़ कहा गया है कि हर व्यक्ति मास्क लगाकर या चेहरा ढककर ही बाहर निकलेगा पर राजनांदगांव में सरकार के शराब की दुकानें खोले जाने के निर्देश के बाद शराब की दुकानों के बाहर लोग भारी संख्या में शराब खरीदने पहुंचे हैं। पुलिस को उनके बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। यहां सोशल डिस्टेंसिंग को ताक पर रख लोग धक्का मुक्की कर डटे हुवे हैं।

तो वहीं कुछ लोग सरकार के इस फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतर आये हैं। महासमुंद के एकता चौक नयापारा स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान खुलने का जमकर विरोध हुआ। मोहल्लेवासियों ने शराब की दुकानों का घेराव कर दिया है, इस विरोध प्रदर्शन में दर्जनों महिलायें भी शामिल हुई। बता दें कि प्रदेश की तरह सुबह 8 बजे से शराब की दुकान खुली थी। वहीं प्रशासनिक अमला मौके पर मौजूद है। महिलाएं शराब की दुकान खुलने के फैसले से नाराज दिख रहीं हैं और सड़कों में बैठकर सरकार के इस फैसले का जमकर विरोध किया जा रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button