विधानसभा में हंगामा, मप्र, छत्तीसगढ़ में घमासान, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया दुर्भाग्यजनक

विधानसभा में शून्यकाल को रोक सदन की कार्यवाही कोरोना की वजह से स्थगित करने के दौरान विपक्ष के हंगामे और कार्यसूची को फाड़ कर फेंके जाने के मसले पर सत्तापक्ष ने गहरी नाराज़गी जताई।  मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी उठा पटक के बीच सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा पर सरकार को गिराने की साजिश करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के द्वारा किया गया यह सब कार्य है उनके द्वारा ही विधायकों को अपहृत किया गया है, उनके इस्तीफे वही लोग लाए थे.

विपक्ष द्वारा कार्यसूची को फाड़ कर आसंदी की तरफ फेंकने के मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निंदा की है और इसे दुर्भाग्यजनक बताया है. सदन को स्थगित करने के मामले में उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का प्रभाव देखा जा रहा है और यह दिनों दिन बढ़ते जा रहा है. भारत सरकार ने भी एडवाइजरी जारी की है और सुरक्षा में ही बचाव है. कार्य मंत्रणा समिति की जो बैठक हुई थी उसके उपरांत आज स्वास्थ्य मंत्री जी ने आज यह प्रस्ताव रखा कि कोरोना वायरस ज्यादा संपर्क में आने से फैलता है इसलिए आज दिनभर की कार्यवाही भी स्थगित की जाए. संसदीय कार्य मंत्री ने भी यह बातें कहीं लेकिन दुर्भाग्य जनक है कि विपक्ष के साथियों ने आज विधानसभा अध्यक्ष की आसंदी पर कागज फेंका जो कि बेहद निंदनीय है.

अब विधानसभा में जो परिस्थिति बनी है वहां अध्यक्ष ने जो व्यवस्था की है कि 26 तारीख को फिर से विधानसभा सम्मिलित होने की बात कही है उन्होंने, तो फ्लोर टेस्ट वहां हो जाएगा लेकिन इनको हड़बड़ी है.बघेल ने कहा कि चुनी हुई सरकार को यह लोग किसी भी प्रकार से गिराना चाहते हैं, खरीद-फरोख्त हर जगह चल रहा है चाहे वह कर्नाटक हो चाहे वह नार्थ ईस्ट हो, चाहे वह गुजरात हो या मध्य प्रदेश, ये सब जगह इस प्रकार से काम कर रहे हैं. सीएम ने भाजपा पर लोकतंत्र का चीर हरण करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि इनको लोकतंत्र में विश्वास नहीं है और लोकतंत्र का चीर हरण केंद्र में बैठे भारतीय जनता पार्टी के लोग कर रहे हैं, यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है.

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