
रायपुर। भारत निर्वाचन आयोग ने शनिवार को पांच राज्यों में एक संसीदय सीट और उपचुनाव की घोषणा की है। इसमें छत्तीसगढ़ भी शामिल हैं, जहां कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर उप चुनाव होना है। यह सीट विधायक मनोज सिंह मंडावी के निधन से रिक्त थी। चुनाव का ऐलान होते ही सभी दलों में सरगर्मी तेज हो गई है। इसका परिणाम भी हिमाचल प्रदेश और गुजरात के परिणाम के साथ ही आएंगे। इन चुनावों की अधिसूचना 10 नवम्बर को जारी होने की संभावना है।
निर्वाचन आयोग ने दो नवम्बर को भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट के लिए निर्वाचन अधिकारी और सहायक निर्वाचन अधिकारियों के तौर पर अधिसूचना जारी की है। जानकारी के मुताबिक कांकेर के जिला पंचायत सीईओ भानुप्रतापपुर के निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है। कांकेर के डिप्टी कलेक्टर और भानुप्रतापपुर के तहसीलदार को सहायक निर्वाचन अधिकारी नामांकित किया गया है।
नामांकन 10 से 17 नवम्बर तक –
भानुप्रतापपुर से आदिवासी समाज के प्रभावशाली मनोज सिंह मंडावी का 16 अक्टूबर को निधन हो गया। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। जानकारी के अनुसार उपचुनाव की समय सीमा में इस चुनाव के लिए नामांकन-10 से 17 नवम्बर तक, नामांकन की जांच -18 नवम्बर को, नाम वापसी का मौका -21 नवम्बर तक, मतदान-5 दिसम्बर और मतगणना- 8 दिसम्बर को होगी।
पार्टी नेता सक्रिए –
इस चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के बीच मुकाबला होगा। चुनावी घोषणा के साथ ही पार्टी कार्यकर्ता अपने शीर्ष नेताओं से संपर्क में जुट गए हैं। वहीं विधानसभा स्तर पर भी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपने दोनों दलों ने पहले ही चुनावी नीति तैयार कर ली है।