जेपी नड्डा बने भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष, कुछ ऐसा रहा नड्डा का राजनैतिक सफर
जेपी नड्डा को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का नया अध्यक्ष चुन लिया गया है. पार्टी के राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी राधामोहन सिंह ने जेपी नड्डा के अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की. राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर सोमवार को नामांकन दाखिल किए गए थे. नामांकन दाखिल करने का आखिरी समय आज 12.30 बजे तक था. जेपी नड्डा को छोड़कर किसी और ने नामांकन नहीं भरा और 2:30 बजे तक नाम वापसी का आखिरी समय था
59 वर्षीय जेपी नड्डा के राजनैतिक कैरियर की बात करे तो वो कुछ इस प्रकार है, 1993 से लेकर 2002 तक नड्डा हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे, 1998 से लेकर 2003 तक हिमाचल प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे, 2008 से लेकर 2010 तक धूमल सरकार में मंत्री, कई अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली, अप्रैल 2012 में राज्यसभा सांसद चुने गए, 2014 से लेकर 2019 तक मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे फिर जून 2019 को बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष चुने गए.
जेपी नड्डा का छत्तीसगढ़ से गहरा रिश्ता रहा है, वो लंबे समय तक छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रभारी भी रहे हैं। रमन सिंह उनके बेहद करीबी कहे जाते हैं। 2013 में जब लग रहा था कि छत्तीसगढ़ से भाजपा सरकार की विदाई तय है तब प्रभारी के रूप में उन्होंने सीधे जनता से संवाद किया और फिर एक बार प्रदेश में रमन सिंह की सरकार बनी।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी समेत समस्त भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री, राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष जेपी नड्डा के नाम का प्रस्ताव रखा। उन्हें मोदी और अमित शाह के अलावा संघ का करीबी माना जाता है। शाह के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद नड्डा को 19 जून 2019 काे कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।