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खरीफ फसल में डीएपी के बदले यूरिया एसएसपी खाद का उपयोग करे किसान


Sarangarh Bilaigarh. सारंगढ़ बिलाईगढ़। आगामी जून जुलाई की खरीफ फसल सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के किसान मुख्य रूप से धान की खेती करते हैं। इस फसल में प्रमुख खाद यूरिया एवं डीएपी का बहुतायत में उपयोग किया जाता है। जिले के किसानों को सुगमतापूर्वक रासायनिक खाद उपलब्ध कराने हेतु अग्रिम उठाव करने के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस वर्ष डी.ए.पी. की अल्प आपूर्ति संभावित है, जिसको देखते हुए उप संचालक कृषि आशुतोष श्रीवास्तव ने जिले के किसानों को अन्य विकल्प के खादों का उपयोग करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि सभी कृषि साख समितियों में खाद का भंडारण किया जा रहा है।
सभी किसान अपने समिति में जाकर खाद की उपलब्धता पर खाद का उठाव अपनी सुविधा अनुसार शीघ्र कर लें। यूरिया एसएसपी का उपयोग डीएपी के विकल्प के रुप में किया जा सकता है जो कि विपणन संघ के डबल लॉक में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करायी जा रही है। प्रारंभिक डोज के रुप में पौधों को फॉस्फोरस की आवश्यकता होती है जो एसएसपी में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। यह जड़ों के विकास के लिए आवश्यक है। एसएसपी के उपयोग से 16 प्रतिशत फॉस्फोरस,11 प्रतिशत सल्फर तथा 18-21 प्रतिशत कैल्शियम प्राप्त होता है। एक बोरी डीएपी से मिलने वाले तत्वों की पूर्ति हेतु आधा बोरी यूरिया तथा तीन बोरी एसएसपी (सिंगल सुपर फॉस्फेट) का प्रयोग किया जा सकता है। अन्य वैकल्पिक उर्वरकों का अनुशंसित मात्रा उपयोग करने की सलाह दी जा रही है।

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