दंतेवाड़ा का मड्डाराम तेंदुलकर का चहेता, रातोंरात स्टार बना आदिवासी बालक

दंतेवाड़ा। पैरों से लाचार दिव्यांग मड्डाराम कवासी सातवीं कक्षा का छात्र है। आप कहेंगे ऐसी क्या बात है इस नाम में। लेकिन मड्डाराम आज वह नाम है जिसकी वीडियो सचिन तेंदुलकर ने नए साल में अपने ट्विटर एकाउंट से शेयर किया, क्या खासियत है इस मड्डाराम में जो सचिन जैसे महान खिलाड़ी ने इनका वीडियो शेयर कियास आपको बताते हैं।

दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण विकासखंड के बेंगलुर पंचायत में रहने वाले मड्डाराम कवासी सातवीं कक्षा की पढ़ाई करता है. डोमाराम कवासी का बेटा मड्डाराम भले ही पैरों से लाचार हो, लेकिन उसमें क्रिकेट खेलने की ऐसी ललक है कि उसके साथ भी साथ खिलाने पर एतराज नहीं करते. और ऐसा भी नहीं है कि मड्डाराम अपनी टीम को निराश रहे. अन्य खिलाड़ियों की तरह ही वह भी बखूबी न केवल बैटिंग करता है, बल्कि रन भी लेता है. और यही बात उसे अन्य बच्चों से अलग करती है.

महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने साल के शुरुवात में दन्तेवाड़ा के बेंगलूर गांव के दिव्यांग बच्चे मड्डाराम के क्रिकेट खेलते का विडीयो ट्यूटर एकाउंट में शेयर किया। जिसमे मड्डाराम शाट लगाते और रन के लिए दौड़ते नजर आ रहे है. इस प्रेरणादायक वीडियो को देशभर के लाखों लोगों ने प्रेरणा के रूप में लिया। बेंगलूर गांव में मड्डाराम के स्कूल के शिक्षक बताते है कि मड्डाराम पढ़ाई में होनहार छात्र है। साथ मे खेल के प्रति उसकी रुचि भी है।क्रिकेट खेल में उसे धोनी और सचिन तेंदुलकर का खेल अच्छा लगता है

इधर मड्डाराम की खबर निकलते ही प्रशासन का अमला भी पहुँचा हुआ था। दिव्यांग मड्डाराम को नई वीलचेयर के साथ क्रिकेट कीट DEOऔर BEO ने दिया तो पंचायत समाज विभाग की तरफ से नई ट्राईसाइकिल भी दी गयी। अच्छे आवासीय स्कूल में भी दाखिला कराने की शिक्षा विभाग कर रहा है। स्कूल से कुछ दूर पर मड्डाराम का खपरैल घर है.जहाँ से वे ट्राईसाइकिल से स्कूल आते है.क्रिकेट खेल में उनकी विशेष रुचि है.इसलिए उन्होंने लकड़ी का एक बैट भी अपने लिये बनाया है.रोज स्कूली बच्चों के साथ मड्डाराम जमकर क्रिकेट भी खेलते है।शायद इसीलिये भारत रत्न सचिन ने अपने नये साल के पहले दिन की शुरुवात दन्तेवाड़ा के मड्डाराम के खेल जस्बे से भरे वीडियो से की।

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