coronavirus: 21 दिन के लॉकडाउन पर लागत 9 लाख करोड़
भारत ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है, विश्लेषकों का अनुमान है कि इन 21 दिनों की लागत 120 बिलियन अमरीकी डालर (लगभग 9 लाख करोड़) या जीडीपी का 4 प्रतिशत होगा. विश्लेषकों ने बुधवार को ग्रोथ अनुमानों में कटौती की और आर्थिक पैकेज की घोषणा करने की आवश्यकता पर जोर दिया है.
विश्लेषकों का कहना कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) 3 अप्रैल को अपनी पहली द्विमासिक नीति समीक्षा बैठक में रेट कट कर सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोनावायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए देश के तीन सप्ताह के पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की. इसके बाद बुधवार को इक्विटी बाजार में 0.47 प्रतिशत की गिरावट देखी गई. ब्रिटिश ब्रोकरेज बार्कलेज़ ने तीन सप्ताह के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की लागत को 90 बिलियन अमरीकी डालर लगाया है.
भारत ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है, एक रिपोर्ट के अनुसार विश्लेषकों का अनुमान है कि इन 21 दिनों की लागत 120 बिलियन अमरीकी डालर (लगभग 9 लाख करोड़) या जीडीपी का 4 प्रतिशत होगा. विश्लेषकों ने बुधवार को ग्रोथ अनुमानों में कटौती की और आर्थिक पैकेज की घोषणा करने की आवश्यकता पर जोर दिया है.
विश्लेषकों का कहना कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) 3 अप्रैल को अपनी पहली द्विमासिक नीति समीक्षा बैठक में रेट कट कर सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोनावायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए देश के तीन सप्ताह के पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की. इसके बाद बुधवार को इक्विटी बाजार में 0.47 प्रतिशत की गिरावट देखी गई. ब्रिटिश ब्रोकरेज बार्कलेज़ ने तीन सप्ताह के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की लागत को 90 बिलियन अमरीकी डालर लगाया है.
उन्होंने यह भी कहा कि आरबीआई को अप्रैल की समीक्षा में 0.65 प्रतिशत की दर में कटौती की संभावना है और यह वर्ष के दौरान ब्याज दरों में 1 प्रतिशत की कमी करेगा. कहा गया है कि “भारत सरकार ने अब तक लॉकडाउन से आर्थिक प्रभाव पर कुछ नहीं कहा है. कहा गया है कि असंगठित क्षेत्र, जो पहले से ही नोटबंदी और जीएसटी के दोहरे प्रभाव को झेल रहा है, इन उपायों की वजह से खतरे की कगार पर आ जायेगा.